थे कितने ख़ास मेरे,
थे कितने ख़ास मेरे,
अब समझ में आया…
छोड़ गए जब से
इस दुनियां को,
तुम ही तुम हो नज़रों में,
बेचैन कर रही तेरी यादें,
पल-पल दिल घबराता है,
थे कितने करीब मेरे,
“महावीर” अब समझ में आया…✍️
भावांजलि 🙏😥
थे कितने ख़ास मेरे,
अब समझ में आया…
छोड़ गए जब से
इस दुनियां को,
तुम ही तुम हो नज़रों में,
बेचैन कर रही तेरी यादें,
पल-पल दिल घबराता है,
थे कितने करीब मेरे,
“महावीर” अब समझ में आया…✍️
भावांजलि 🙏😥