आँखों में अब बस तस्वीरें मुस्कुराये।
सदैव मेहनत करके ही आगे बढ़ें,
कभी भी आपका मूल्यांकन किताब से नही बल्कि महज एक प्रश्नपत्र स
*अफसर की बाधा दूर हो गई (लघु कथा)*
क्योंकि वह एक सिर्फ सपना था
दिखता नहीं कहीं भी गांधी, ये कैसी लाचारी है?
दुःख में स्वयं की एक अंगुली
कल जिंदगी से बात की।
रामनाथ साहू 'ननकी' (छ.ग.)
किसी के इश्क में ये जिंदगी बेकार जाएगी।
माँ सरस्वती अन्तर्मन मन में..
Ultimately the end makes the endless world ....endless till
రామయ్య రామయ్య
डॉ गुंडाल विजय कुमार 'विजय'
मान देने से मान मिले, अपमान से मिले अपमान।