त्राहिमाम
एक जैविक आपदा ने
मचा दिया है कोहराम
छीन लिया है इसने
इंसान का चैन और आराम
बोया इंसान ने पेड़ बबूल का
कैसे उगेगा उस पर कभी आम
सावधानी और सतर्कता से
करने होंगे इंसान को सभी काम
नहीं निकल रहा कोई बाहर
जरुरी न हो जब तक उसे काम
घर पर ही कर रहे हैं रुककर
सभी कार्मिक अपना काम
दिख रही है एकजुटता
नहीं है भय का कोई नाम
पाने में विजय इस आपदा पर
लापरवाही का नहीं कोई काम
वरना करने पर कोई लापरवाही
दिखेंगे कहते हुए सभी त्राहिमाम ……….