त्यौहार क्य़ो मनातें है?
हमारी संस्कृति, त्यौहारों की संस्कृति रहीं हैं! हमारी समाज में आनन्द मनाने की परम्परा रही है। त्यौहार का अर्थ है, आनंदित होना।हम पूरी जिंदगी भर केवल अपने व्यापार, नौकरी,या अन्य कोई भी काम में लगे रहते हैं। त्यौहारों के माध्यम से हमने आनंदित होने का तरीका निकाला,उसको हम त्यौहार के रूप में मनाते हैं। चाहें कोई भी त्यौहार हो, उसमें कहीं ना कहीं आनंद छिपा रहता है। उससे हमारी समाज में भी जागरुकता आती है। और समाज में एकता का भी परिचायक है। लेकिन आज हमने त्यौहारों को मनाने का ढंग बदल दिया है।हमारे दिल मिले ना मिले!हम हाथ मिलाते रहे। यही होली की परम्परा है!