Sahityapedia
Login Create Account
Home
Search
Dashboard
Notifications
Settings
15 Jun 2021 · 1 min read

तो बुरा मैं भी नही

वो अच्छा शायर है तो बुरा मैं भी नही
बस गर्दिश को झेलने का सलीका अलग सा है
मुझे इल्जाम दे गया तो गलत कुछ भी नही
शायद तबज्जो देने का तरीका अलग सा है

गर्दिश: बुरा वक्त
सलीका: ढंग
तबज्जो : महत्व

Language: Hindi
Tag: शेर
2 Likes · 2 Comments · 222 Views
📢 Stay Updated with Sahityapedia!
Join our official announcements group on WhatsApp to receive all the major updates from Sahityapedia directly on your phone.
You may also like:
घनाक्षरी छंदों के नाम , विधान ,सउदाहरण
घनाक्षरी छंदों के नाम , विधान ,सउदाहरण
Subhash Singhai
यही जीवन है ।
यही जीवन है ।
Rohit yadav
हालात ही है जो चुप करा देते हैं लोगों को
हालात ही है जो चुप करा देते हैं लोगों को
Ranjeet kumar patre
दोहा मुक्तक -*
दोहा मुक्तक -*
डाॅ. बिपिन पाण्डेय
माँ
माँ
Dr. Pradeep Kumar Sharma
बुलंद हौंसले
बुलंद हौंसले
सुरेन्द्र शर्मा 'शिव'
हिंदू कौन?
हिंदू कौन?
Sanjay ' शून्य'
Labour day
Labour day
अंजनीत निज्जर
"असर"
Dr. Kishan tandon kranti
■ मूर्खतापूर्ण कृत्य...।।
■ मूर्खतापूर्ण कृत्य...।।
*Author प्रणय प्रभात*
जिंदगी गुज़र जाती हैं
जिंदगी गुज़र जाती हैं
Neeraj Agarwal
जिस सामाज में रहकर प्राणी ,लोगों को न पहचान सके !
जिस सामाज में रहकर प्राणी ,लोगों को न पहचान सके !
DrLakshman Jha Parimal
आओ मिलकर हंसी खुशी संग जीवन शुरुआत करे
आओ मिलकर हंसी खुशी संग जीवन शुरुआत करे
कृष्णकांत गुर्जर
क्यूट हो सुंदर हो प्यारी सी लगती
क्यूट हो सुंदर हो प्यारी सी लगती
Jitendra Chhonkar
2822. *पूर्णिका*
2822. *पूर्णिका*
Dr.Khedu Bharti
ब्रज के एक सशक्त हस्ताक्षर लोककवि रामचरन गुप्त +प्रोफेसर अशोक द्विवेदी
ब्रज के एक सशक्त हस्ताक्षर लोककवि रामचरन गुप्त +प्रोफेसर अशोक द्विवेदी
कवि रमेशराज
Lonely is just a word which can't make you so,
Lonely is just a word which can't make you so,
Sukoon
एक साक्षात्कार - चाँद के साथ
एक साक्षात्कार - चाँद के साथ
Atul "Krishn"
💐प्रेम कौतुक-436💐
💐प्रेम कौतुक-436💐
शिवाभिषेक: 'आनन्द'(अभिषेक पाराशर)
....????
....????
शेखर सिंह
ख़्वाब सजाना नहीं है।
ख़्वाब सजाना नहीं है।
Anil "Aadarsh"
दीप ज्योति जलती है जग उजियारा करती है
दीप ज्योति जलती है जग उजियारा करती है
Umender kumar
मैं उसी पल मर जाऊंगा
मैं उसी पल मर जाऊंगा
श्याम सिंह बिष्ट
*जाओ ले संदेश शुभ ,प्रियतम पास कपोत (कुंडलिया)*
*जाओ ले संदेश शुभ ,प्रियतम पास कपोत (कुंडलिया)*
Ravi Prakash
रचना प्रेमी, रचनाकार
रचना प्रेमी, रचनाकार
डॉ विजय कुमार कन्नौजे
अजब-गजब नट भील से, इस जीवन के रूप
अजब-गजब नट भील से, इस जीवन के रूप
महावीर उत्तरांचली • Mahavir Uttranchali
पल भर कि मुलाकात
पल भर कि मुलाकात
नंदलाल मणि त्रिपाठी पीताम्बर
क्यों अब हम नए बन जाए?
क्यों अब हम नए बन जाए?
डॉ० रोहित कौशिक
ये जीवन जीने का मूल मंत्र कभी जोड़ना कभी घटाना ,कभी गुणा भाग
ये जीवन जीने का मूल मंत्र कभी जोड़ना कभी घटाना ,कभी गुणा भाग
Shashi kala vyas
सब दिन होते नहीं समान
सब दिन होते नहीं समान
जगदीश लववंशी
Loading...