तेवरी
जिनको देना जल कहाँ गये
सत्ता के बादल कहाँ गये ?
कड़वापन कौन परोस गया
मीठे-मीठे फल कहाँ गये ?
जनता थामे प्रश्नावलियां
सब सरकारी हल कहाँ गये ?
जो अरि का सर पल में काटें
उन वीरों के बल कहाँ गये ?
क्या सबको सांप सूंघ बैठा
प्रतिपक्षी सब दल कहाँ गये ?
कल तक तो यहाँ कतारें थीं
चौराहों के नल कहाँ गये ?
तुम दानी कर्ण बने क्यों थे
अब कहते कुण्डल कहाँ गये ?
+रमेशराज