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4 Aug 2024 · 1 min read

#तेवरी (हिंदी ग़ज़ल)

#तेवरी (हिंदी ग़ज़ल)
■ काना-बाती कौन करेगा…?
【प्रणय प्रभात】
☺ पुराने रंगों से नई तस्वीर बनाने की एक कोशिश :–

“मन-मन भाती कौन करेगा?
ठकुर-सुहाती कौन करेगा??

अंधियारा घिरने को आया।
दीया-बाती कौन करेगा??

जो कहना है खुलकर बोलो।
काना-बाती कौन करेगा??

सुख के साथी दुःख बहुतेरे।
आंती-पांती कौन करेगा??

कितने काम पड़े करने को।
सभी बराती कौन करेगा??

रमलू बिटिया छोड़ गया है।
आती-जाती कौन करेगा??

चादर ओढ़ पड़े हैं सारे।
आज प्रभाती कौन करेगा??”

●संपादक/न्यूज़&व्यूज़●
श्योपुर (मध्यप्रदेश)
👌 #आत्मकथ्य-
बोली के प्रचलित शब्दों का प्रयोग पहली बार किया है।त्रुटि संभावित है। सुधिजन क्षमा करें।👌

1 Like · 107 Views

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