Sahityapedia
Login Create Account
Home
Search
Dashboard
Notifications
Settings
15 Jun 2023 · 1 min read

#तेवरी / #देसी_ग़ज़ल

#तेवरी / #देसी_ग़ज़ल
■ झूठ का सच ने पग पकड़ा है।।
【प्रणय प्रभात】

– ये पिछड़ा है वो अगड़ा है।
ये सारा झूठा झगड़ा है।।

– फूल हमेशा मुरझाए हैं।
कांटों का कब क्या बिगड़ा है?

– बिल्ली जैसे लोग जगत के।
सब के ख़्वाबों में छिछड़ा है

– दिल का कहना मन ना माने।
दोनों में शायद झगड़ा है।।

– सब करते हैं कानाफूसी।
पता नहीं ये क्या लफ़ड़ा है।।

– शर्म-हया बेमानी बातें।
अब सबका मोटा चमड़ा है।।

– कैसे रिश्ते, कैसे नाते।
सबको मतलब ने जकड़ा है।।

– कहां-कहां तक ढंके आबरू।
दुविधा में अब ख़ुद कपड़ा है।।

– सत्यमेव जयते कह कर के।
झूठ का सच ने पग पकड़ा है।।

– मौत साथ ले गई हेकड़ी।
ढीठ जिस्म फिर भी अकड़ा है।।

●संपादक/न्यूज़&व्यूज़●
श्योपुर (मध्यप्रदेश)

1 Like · 358 Views
📢 Stay Updated with Sahityapedia!
Join our official announcements group on WhatsApp to receive all the major updates from Sahityapedia directly on your phone.
You may also like:
जो तुम्हारी खामोशी को नहीं समझ सकता,
जो तुम्हारी खामोशी को नहीं समझ सकता,
ओनिका सेतिया 'अनु '
इंसान
इंसान
Sanjay ' शून्य'
ग़ज़ल
ग़ज़ल
दीपक श्रीवास्तव
महाराष्ट्र में शरद पवार और अजित पवार, बिहार में नीतीश कुमार
महाराष्ट्र में शरद पवार और अजित पवार, बिहार में नीतीश कुमार
*प्रणय*
बस्तर का राजमहल
बस्तर का राजमहल
Dr. Kishan tandon kranti
एकाकार
एकाकार
Shashi Mahajan
अनोखे संसार की रचना का ताना बाना बुनने की परिक्रिया होने लगी
अनोखे संसार की रचना का ताना बाना बुनने की परिक्रिया होने लगी
DrLakshman Jha Parimal
उठ जाग मेरे मानस
उठ जाग मेरे मानस
सुरेश कुमार चतुर्वेदी
ग़ज़ल सगीर
ग़ज़ल सगीर
डॉ सगीर अहमद सिद्दीकी Dr SAGHEER AHMAD
बहुत कीमती है पानी,
बहुत कीमती है पानी,
Anil Mishra Prahari
पराठों का स्वर्णिम इतिहास
पराठों का स्वर्णिम इतिहास
हिमांशु बडोनी (दयानिधि)
भक्त औ भगवान का ये साथ प्यारा है।
भक्त औ भगवान का ये साथ प्यारा है।
सत्य कुमार प्रेमी
अंगारों को हवा देते हैं. . .
अंगारों को हवा देते हैं. . .
sushil sarna
गुजरा ज़माना
गुजरा ज़माना
Dr.Priya Soni Khare
होकर उल्लू पर सवार।
होकर उल्लू पर सवार।
Pratibha Pandey
*कविवर रमेश कुमार जैन*
*कविवर रमेश कुमार जैन*
Ravi Prakash
"समय का भरोसा नहीं है इसलिए जब तक जिंदगी है तब तक उदारता, वि
डॉ कुलदीपसिंह सिसोदिया कुंदन
रिश्तो को कायम रखना चाहते हो
रिश्तो को कायम रखना चाहते हो
Harminder Kaur
मैं अपना जीवन
मैं अपना जीवन
Swami Ganganiya
वैज्ञानिक युग और धर्म का बोलबाला/ आनंद प्रवीण
वैज्ञानिक युग और धर्म का बोलबाला/ आनंद प्रवीण
आनंद प्रवीण
ग़म बांटने गए थे उनसे दिल के,
ग़म बांटने गए थे उनसे दिल के,
ओसमणी साहू 'ओश'
सब्र या धैर्य,
सब्र या धैर्य,
नेताम आर सी
अरे इंसान हैं हम, भगवान नहीं!
अरे इंसान हैं हम, भगवान नहीं!
Ajit Kumar "Karn"
दोहा-
दोहा-
डाॅ. बिपिन पाण्डेय
तेरा फरेब पहचानता हूं मैं
तेरा फरेब पहचानता हूं मैं
Chitra Bisht
पर्वत और गिलहरी...
पर्वत और गिलहरी...
डॉ.सीमा अग्रवाल
रिश्ते भूल गये
रिश्ते भूल गये
पूर्वार्थ
यूँ भी होता है,अगर दिल में ख़लिश आ जाए,,
यूँ भी होता है,अगर दिल में ख़लिश आ जाए,,
Shweta Soni
ह्रदय की पीड़ा से
ह्रदय की पीड़ा से
Dr fauzia Naseem shad
अब फिक्रमंद नहीं हूँ मैं
अब फिक्रमंद नहीं हूँ मैं
हिमांशु Kulshrestha
Loading...