तेरे सिवा कौन हमारा
दिनांक….18/04/2021
मंच…. साहित्यक मित्र मंडल..7
विषय…. तेरे सिवा कौन है हमारा
तेरे सिवा कौन है हमारा।
तेरा दर लागे हमें प्यारा।।
हम सब हैं तेरे सहारे
तू ही दे हमको किनारे
तेरे सिवा पत्ता हिले ना
कोई भी फूल खिले ना
हर शख्स तेरा दुलारा…. मजबूरीयां……
तेरे सिवा कौन………..
जिसने भी तुझको है माना
गाए खुशी का वो गाना
मन्नत हुई पुरी उसकी
तू है तो क्या घबराना
आया तू जब भी पुकारा……….
तेरे सिवा कौन…………….
तू तो बसा कण- कण में
महल हो या जंगल में
मालिक तू ही है सबका
पूजा हो या सजदा रब का
तुझसे ही जीवन हमारा ……….
तेरा दर लागे…………….
तेरे करिश्मा निराले
धूप कहीं बादल काले
तेरी नजरिया है सब पर
रहमत बराबर है सब पर
“सागर” तू सबका दुलारा…….।
तेरे सिवा कौन है हमारा……।।
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गीत के मूल रचनाकार
जनकवि/बेखौफ शायर
डॉ. नरेश कुमार “सागर”