तेरे साथ
कुछ पल ज़िन्दगी के चल साथ जी जाए
ओर नही तो दिल की धड़कन सुनी जाए
इज़हार का तो पता नही
आंखों से इकरार तो किया जाए
लब चाहे चुप रहे आंखों से बात करी जाए
क्या कहते है कुछ वक्त साथ बिताया जाए
ओर नही तो अरमानो को डोली में बिठाया जाए
कुछ पल ज़िन्दगी के चल साथ जी जाए
ओर नही तो दिल की धड़कन सुनी जाए
इज़हार का तो पता नही
आंखों से इकरार तो किया जाए
लब चाहे चुप रहे आंखों से बात करी जाए
क्या कहते है कुछ वक्त साथ बिताया जाए
ओर नही तो अरमानो को डोली में बिठाया जाए