Sahityapedia
Login Create Account
Home
Search
Dashboard
Notifications
Settings
1 Aug 2021 · 1 min read

तेरे सपनों के खातिर

तेरे सपनों के खातिर
मैं,अपना सब कुछ भूल गया

जीता था मै जिन सपनों के लिए
उन सपनों को भी मैंने
तेरे खातिर कुचल दिया

तेरी चाहत थी उड़ान भरने की
तो मैंने तुझे पंख दिये

तुमने जो मांगा जिंदगी से
वो लाकर मैंने तुम्हें दिया

फिर क्या कमी रह गई थी मेरे प्यार में
जो तुम मुझे धोखा देकर चली गई

यू जाते जाते मेरे अरमानो का
गला घोंट कर चली गई

मै था ही बेवकुफ,जो तेरे खातिर
अपना सब कुछ कुर्बा कर दिया

क्या पता था की तु निकलेगी बेवफा
शायद यही मेरे प्यार का सिला था

श्री रावत,,,,

Language: Hindi
2 Likes · 1 Comment · 219 Views
📢 Stay Updated with Sahityapedia!
Join our official announcements group on WhatsApp to receive all the major updates from Sahityapedia directly on your phone.
You may also like:
"रामनवमी पर्व 2023"
Dr. Asha Kumar Rastogi M.D.(Medicine),DTCD
समझदार बेवकूफ़
समझदार बेवकूफ़
Shyam Sundar Subramanian
चाँद नभ से दूर चला, खड़ी अमावस मौन।
चाँद नभ से दूर चला, खड़ी अमावस मौन।
डॉ.सीमा अग्रवाल
ये मेरा स्वयं का विवेक है
ये मेरा स्वयं का विवेक है
शेखर सिंह
हादसे पैदा कर
हादसे पैदा कर
Shekhar Chandra Mitra
क्या वायदे क्या इरादे ,
क्या वायदे क्या इरादे ,
ओनिका सेतिया 'अनु '
श्री राम
श्री राम
Kavita Chouhan
*फ़र्ज*
*फ़र्ज*
Harminder Kaur
जीवन की परिभाषा क्या ?
जीवन की परिभाषा क्या ?
Dr fauzia Naseem shad
आसमाँ .......
आसमाँ .......
sushil sarna
𝕾...✍🏻
𝕾...✍🏻
पूर्वार्थ
फेसबुक पर सक्रिय रहितो अनजान हम बनल रहैत छी ! आहाँ बधाई शुभक
फेसबुक पर सक्रिय रहितो अनजान हम बनल रहैत छी ! आहाँ बधाई शुभक
DrLakshman Jha Parimal
मुझे छूकर मौत करीब से गुजरी है...
मुझे छूकर मौत करीब से गुजरी है...
राहुल रायकवार जज़्बाती
प्यार हुआ कैसे और क्यूं
प्यार हुआ कैसे और क्यूं
Parvat Singh Rajput
"दो मीठे बोल"
Dr. Kishan tandon kranti
आंखे, बाते, जुल्फे, मुस्कुराहटे एक साथ में ही वार कर रही हो।
आंखे, बाते, जुल्फे, मुस्कुराहटे एक साथ में ही वार कर रही हो।
Vishal babu (vishu)
मुस्कुराती आंखों ने उदासी ओढ़ ली है
मुस्कुराती आंखों ने उदासी ओढ़ ली है
Abhinay Krishna Prajapati-.-(kavyash)
तो शीला प्यार का मिल जाता
तो शीला प्यार का मिल जाता
Basant Bhagawan Roy
आधुनिक युग और नशा
आधुनिक युग और नशा
नंदलाल मणि त्रिपाठी पीताम्बर
मां नर्मदा प्रकटोत्सव
मां नर्मदा प्रकटोत्सव
ओमप्रकाश भारती *ओम्*
सुप्रभात
सुप्रभात
डॉक्टर रागिनी
'आप ' से ज़ब तुम, तड़ाक,  तूँ  है
'आप ' से ज़ब तुम, तड़ाक, तूँ है
सिद्धार्थ गोरखपुरी
हम ऐसी मौहब्बत हजार बार करेंगे।
हम ऐसी मौहब्बत हजार बार करेंगे।
Phool gufran
🎊🏮*दीपमालिका  🏮🎊
🎊🏮*दीपमालिका 🏮🎊
Shashi kala vyas
जब कभी उनका ध्यान, मेरी दी हुई ring पर जाता होगा
जब कभी उनका ध्यान, मेरी दी हुई ring पर जाता होगा
The_dk_poetry
कौसानी की सैर
कौसानी की सैर
नवीन जोशी 'नवल'
* करते कपट फरेब *
* करते कपट फरेब *
surenderpal vaidya
हिन्दू और तुर्क दोनों को, सीधे शब्दों में चेताया
हिन्दू और तुर्क दोनों को, सीधे शब्दों में चेताया
सुरेश कुमार चतुर्वेदी
“मां बनी मम्मी”
“मां बनी मम्मी”
पंकज कुमार कर्ण
*नई राह पर नए कदम, लेकर चलने की चाह हो (हिंदी गजल)*
*नई राह पर नए कदम, लेकर चलने की चाह हो (हिंदी गजल)*
Ravi Prakash
Loading...