Sahityapedia
Login Create Account
Home
Search
Dashboard
Notifications
Settings
27 Nov 2021 · 1 min read

तेरे सद्के एय सनम

एक अबोध बालक – अरुण अतृप्त
**तेरे सद्के एय सनम**

मेरे शहर का मंजर बेहद सुहाना हो गया
जबसे तुम्हारा इस तरफ रोज आना जाना हो गया
मुस्कुराई जिन्दगी उस रोज से बेहद मानो यकी
मुस्कुराई हो जबसे तुम कुछ इस तराह
सुखे हुए दरख्तों पे ज्युँ नये पत्तों का आना हो गया
मैं तो था बीमार आशिक इश्क का आलिम मुरीद
छूकर मुझे चंगा किया , अपने दिल में देकर जगह
रोशनी से मुझको तुमने अपनी जी भर नहला दिया
मैं फकीरी वेश दानिश जुल्म का मारा हुआ
प्यार ओं दुलार दे दे तुमने मुझे जीवन दिया
मैं तो था बीमार आशिक इश्क का आलिम मुरीद
छूकर मुझे चंगा किया , अपने दिल में देकर जगह
मेरे शहर का मंजर बेहद सुहाना हो गया
जबसे तुम्हारा इस तरफ रोज आना जाना हो गया
मुस्कुराई जिन्दगी उस रोज से बेहद मानो यकी
मुस्कुराई हो जबसे तुम कुछ इस तराह
सुखे हुए दरख्तों पे ज्युँ नये पत्तों का आना हो गया
झोलियाँ भर गई मेरी इतरे मौसिकी से या खुदा
हर गज़ल को सादगी से नगमा – एय – जन्नत किया
कैसे कहु एहसान तेरा मैं उतारू औ सनम
ता कयामत हुँ अभी तो बोझ तेरे से मैं दबा
कर हिमाकत इश्क में मैं तरन्नुम वा अदब उलझा हुआ
मैं तो था बीमार आशिक इश्क का आलिम मुरीद
छूकर मुझे चंगा किया , अपने दिल में देकर जगह
रोशनी से मुझको तुमने अपनी जी भर नहला दिया

2 Likes · 2 Comments · 232 Views
📢 Stay Updated with Sahityapedia!
Join our official announcements group on WhatsApp to receive all the major updates from Sahityapedia directly on your phone.
Books from DR ARUN KUMAR SHASTRI
View all
You may also like:
जिंदगी की राहों पे अकेले भी चलना होगा
जिंदगी की राहों पे अकेले भी चलना होगा
VINOD CHAUHAN
सुनो, मैं जा रही हूं
सुनो, मैं जा रही हूं
Suman (Aditi Angel 🧚🏻)
विचार
विचार
अनिल कुमार गुप्ता 'अंजुम'
तुम ही तुम हो
तुम ही तुम हो
मानक लाल मनु
इक इक करके सारे पर कुतर डाले
इक इक करके सारे पर कुतर डाले
ruby kumari
कुछ अपनी कुछ उनकी बातें।
कुछ अपनी कुछ उनकी बातें।
सत्य कुमार प्रेमी
*भरोसा हो तो*
*भरोसा हो तो*
नेताम आर सी
कुछ फ़क़त आतिश-ए-रंज़िश में लगे रहते हैं
कुछ फ़क़त आतिश-ए-रंज़िश में लगे रहते हैं
Anis Shah
सही ट्रैक क्या है ?
सही ट्रैक क्या है ?
Sunil Maheshwari
धीरे धीरे उन यादों को,
धीरे धीरे उन यादों को,
Vivek Pandey
वफ़ा
वफ़ा
shabina. Naaz
मेहनती मोहन
मेहनती मोहन
Dr. Pradeep Kumar Sharma
मन के सवालों का जवाब नही
मन के सवालों का जवाब नही
भरत कुमार सोलंकी
एक मन
एक मन
Dr.Priya Soni Khare
शिव वन्दना
शिव वन्दना
Namita Gupta
मुकद्दर
मुकद्दर
विनोद वर्मा ‘दुर्गेश’
लौट कर न आएगा
लौट कर न आएगा
Dr fauzia Naseem shad
साहित्य में साहस और तर्क का संचार करने वाले लेखक हैं मुसाफ़िर बैठा : ARTICLE – डॉ. कार्तिक चौधरी
साहित्य में साहस और तर्क का संचार करने वाले लेखक हैं मुसाफ़िर बैठा : ARTICLE – डॉ. कार्तिक चौधरी
Dr MusafiR BaithA
जो  रहते हैं  पर्दा डाले
जो रहते हैं पर्दा डाले
Dr Archana Gupta
हिंदुस्तान जिंदाबाद
हिंदुस्तान जिंदाबाद
Mahmood Alam
Happy new year 2024
Happy new year 2024
Ranjeet kumar patre
.*यादों के पन्ने.......
.*यादों के पन्ने.......
Naushaba Suriya
कैसे चला जाऊ तुम्हारे रास्ते से ऐ जिंदगी
कैसे चला जाऊ तुम्हारे रास्ते से ऐ जिंदगी
देवराज यादव
■ समझने वाली बात।
■ समझने वाली बात।
*प्रणय प्रभात*
मैं तो ईमान की तरह मरा हूं कई दफा ,
मैं तो ईमान की तरह मरा हूं कई दफा ,
Manju sagar
*परिवार: नौ दोहे*
*परिवार: नौ दोहे*
Ravi Prakash
आओ हम सब मिल कर गाएँ ,
आओ हम सब मिल कर गाएँ ,
Lohit Tamta
बसंती बहार
बसंती बहार
इंजी. संजय श्रीवास्तव
इंतजार युग बीत रहा
इंतजार युग बीत रहा
Sandeep Pande
अपना नैनीताल...
अपना नैनीताल...
डॉ.सीमा अग्रवाल
Loading...