तेरे मेरे प्यार के किस्से
सुनाने को तड़पे ये दिल ।
जताना है कितना मुश्किल ।
नजारें शौकिया भी हैं ,
सजी है सावन की महफिल।
अब तो मुझे भी थोड़ा रहने दो तुम में ।
तेरे मेरे प्यार के किस्से होंगे बारिश के मौसम में ।
तेरे मेरे प्यार के किस्से होंगे बारिश के मौसम में ।
आंखों में पानी आए जब बर्बस याद तुम्हारी ।
आंखों की बेचैनी है दिल की फितरत पे भारी ।
तड़प बिजली की हो जैसे ।
तड़पता हूं मैं भी कब से ।
बताना क्या कुछ है बाकी ,
चलो भींग जाएं हम फिर से ।
सुध बुध खो जाएंगे इस बारिश के छम छम में ।
तेरे मेरे प्यार के किस्से होंगे बारिश के मौसम में ।
तेरे मेरे प्यार के किस्से होंगे बारिश के मौसम में ।
फिसल ना जाएं हम खुद से ।
वाकिया हो ऐसा तुझसे ।
तरन्नुम हौसला देगी ,
जुदा हो जाएं हम सबसे ।
दिल ये मेरा घबराए । तू पास जो मेरे आए ।
उस बादल की बेचैनी , जो तुझको कह ना पाए ।
तू सागर की गहराई मै तुझमें डूबा जाऊं ।
तू कस्तूरी ले भटके मैं तेरा पता लगाऊं ।
हमको हमीं से बह जाने दो हम में ।
तेरे मेरे प्यार के किस्से होंगे बारिश के मौसम में ।
तेरे मेरे प्यार के किस्से होंगे बारिश के मौसम में ।
✍? धीरेन्द्र पांचाल
वाराणसी , उत्तर प्रदेश (8853853120)