तेरे बिन..!
तेरे बिन मै अधुरी रेह जाती हूं।
जब तुझसे कुछ पल दूर चली जाती हूं।
हर पल हर वक्त बस तूझे याद करती हूं,
तू सामने ना होकर भी तूझे मेहसूस कर पाती हूं।
तुझे सोचकर मुस्कुरा जाती हूं।
हर काम करते हुए भी तूझे भूल ना पाती हूं।
कुछ दिल की बाते दिल में ही रखना चाहती हूं,
क्योंकि जब तुझसे मिलू बस मै बोलना चाहतीं हूं।
दूर रही फिर भी तेरे करीब रहती हूं।
बस हर पल तूझे मिलने की उम्मीद संजोग लेती हूं।
तेरे बिन मै अधुरी रेह जाती हूं।
जब तुझसे कुछ पल दूर चली जाती हूं।