तेरे बारे मे
जब सोचता हूँ तेरे बारे मे
यही सोचता हूँ
वो पल कैसा होगा
जब हम मिलेंगे
तेरी नजरे झूक जाएगी शायद
मेरा दिल भी उत्साहित होगा
वो पहला शब्द भी पता नही
क्या होगा
जब बोलेंगे
चुप तो नही रहेगे
क्योंकि चुप्पी बहुत कुछ कह देती है
जब सोचता हूँ तेरे बारे मे
यही सोचता हूँ
वो पल कैसा होगा
जब हम मिलेंगे
तेरी नजरे झूक जाएगी शायद
मेरा दिल भी उत्साहित होगा
वो पहला शब्द भी पता नही
क्या होगा
जब बोलेंगे
चुप तो नही रहेगे
क्योंकि चुप्पी बहुत कुछ कह देती है