तेरे बाद
जब तेरा ज़िक्र होता है तेरे बाद।।
हावी ग़म- ए- हिज़्र होता है तेरे बाद।
इश्क़ की तल्खियां, हमसे न पूछ
तेरा ही फिक्र होता है तेरे बाद।
खुदा ने हमको ,एक और खुदा दे दिया
बस उसी का शुक्र होता है ,तेरे बाद।
सुरिंदर कौर
जब तेरा ज़िक्र होता है तेरे बाद।।
हावी ग़म- ए- हिज़्र होता है तेरे बाद।
इश्क़ की तल्खियां, हमसे न पूछ
तेरा ही फिक्र होता है तेरे बाद।
खुदा ने हमको ,एक और खुदा दे दिया
बस उसी का शुक्र होता है ,तेरे बाद।
सुरिंदर कौर