तेरे दुःख की गहराई,
तेरे दुःख की गहराई,
भले ही सागर से भी गहरा तो,
मेरे प्रेम का मात्र अंश ही है पर्याप्त,
तेरे दुःख को अपना बना ले ।
तेरे दुःख की गहराई,
भले ही सागर से भी गहरा तो,
मेरे प्रेम का मात्र अंश ही है पर्याप्त,
तेरे दुःख को अपना बना ले ।