**** तेरे इश्क को फिर नया नाम दूं ****
19.1.17 सन्ध्या 7.00
तेरे नाम को यदि दूसरा नाम दूं
तेरे अंजाम को यदि अंजाम दू
मोहलत दे गर् मुहब्बत करने की
तेरे इश्क को फिर नया नाम दूं ।।
?मधुप बैरागी
19.1.17 सन्ध्या 7.00
तेरे नाम को यदि दूसरा नाम दूं
तेरे अंजाम को यदि अंजाम दू
मोहलत दे गर् मुहब्बत करने की
तेरे इश्क को फिर नया नाम दूं ।।
?मधुप बैरागी