Sahityapedia
Sign in
Home
Search
Dashboard
Notifications
Settings
16 Sep 2023 · 1 min read

तेरे इंतज़ार में

धड़कना भूला है दिल, तेरे इंतज़ार में।
क्या हमें बना दिया,देख तेरे प्यार ने।

बार बार क्यों दिल तरसे तेरे दीदार को
समझ न पाए तुम,मेरे इकतरफा प्यार को।

तेरे नैनों के सागर में हमने जिंदगी गंवा दी।
वादा करके मुकरे,अच्छी तूने वफ़ा की।

दीवानों की तरह मैंने ,तुझे दीवानावार चाहा
और कुछ नहीं तुमसे,बस तेरा प्यार ‌चाहा।

मिल जाये ग़र तू ,तो हो जिंदगी बहार सी।
थोड़ी नोंक-झोंक,और मीठी तकरार सी।

सुरिंदर कौर

Language: Hindi
288 Views
Books from Surinder blackpen
View all

You may also like these posts

🙅भविष्यवाणी🙅
🙅भविष्यवाणी🙅
*प्रणय*
मुझ पर करो मेहरबानी
मुझ पर करो मेहरबानी
महेश चन्द्र त्रिपाठी
#प्राण ! #तुम बिन. . .!
#प्राण ! #तुम बिन. . .!
वेदप्रकाश लाम्बा लाम्बा जी
पिया की आस (तीज दोहे)
पिया की आस (तीज दोहे)
अरशद रसूल बदायूंनी
रतन चले गये टाटा कहकर
रतन चले गये टाटा कहकर
Dhirendra Singh
मडमिंग (गोंडी विवाह) की संकल्पना
मडमिंग (गोंडी विवाह) की संकल्पना
GOVIND UIKEY
"कथनी-करनी"
Dr. Kishan tandon kranti
काश तुम कभी जोर से गले लगा कर कहो
काश तुम कभी जोर से गले लगा कर कहो
शेखर सिंह
सज गई अयोध्या
सज गई अयोध्या
Kumud Srivastava
तुम मुक्कमल हो
तुम मुक्कमल हो
हिमांशु Kulshrestha
4566.*पूर्णिका*
4566.*पूर्णिका*
Dr.Khedu Bharti
आओ इस दशहरा हम अपनी लोभ,मोह, क्रोध,अहंकार,घमंड,बुराई पर विजय
आओ इस दशहरा हम अपनी लोभ,मोह, क्रोध,अहंकार,घमंड,बुराई पर विजय
Ranjeet kumar patre
हम  बुज़ुर्गों  पर दुआओं के सिवा कुछ भी नहीं
हम बुज़ुर्गों पर दुआओं के सिवा कुछ भी नहीं
पूर्वार्थ
Rainbow on my window!
Rainbow on my window!
Rachana
"लागैं बसंत के प्रीति पिया"
राकेश चौरसिया
प्रेम के दो  वचन बोल दो बोल दो
प्रेम के दो वचन बोल दो बोल दो
Dr Archana Gupta
मदिरा वह धीमा जहर है जो केवल सेवन करने वाले को ही नहीं बल्कि
मदिरा वह धीमा जहर है जो केवल सेवन करने वाले को ही नहीं बल्कि
ओम प्रकाश श्रीवास्तव
महा शिवरात्रि
महा शिवरात्रि
Indu Nandal
जूनी बातां
जूनी बातां
जितेन्द्र गहलोत धुम्बड़िया
वसन्त
वसन्त
Madhuri mahakash
वक्त
वक्त
Shyam Sundar Subramanian
मैं शिव हूँ
मैं शिव हूँ
Atul Mishra
*इश्क़ की फ़रियाद*
*इश्क़ की फ़रियाद*
सुरेन्द्र शर्मा 'शिव'
*चटकू मटकू (बाल कविता)*
*चटकू मटकू (बाल कविता)*
Ravi Prakash
* तुगलकी फरमान*
* तुगलकी फरमान*
Dushyant Kumar
महबूब से कहीं ज़्यादा शराब ने साथ दिया,
महबूब से कहीं ज़्यादा शराब ने साथ दिया,
Shreedhar
दोस्ती
दोस्ती
Naushaba Suriya
प्यार
प्यार
Shriyansh Gupta
नाना भांति के मंच सजे हैं,
नाना भांति के मंच सजे हैं,
Anamika Tiwari 'annpurna '
क्रोध
क्रोध
Shutisha Rajput
Loading...