तेरी सारी चालाकी को अब मैंने पहचान लिया ।
तेरी सारी चालाकी को अब मैंने पहचान लिया ।
चलता क्या है दिल में तेरे अब मैंने जान लिया।।
मैं तो चाहूं दिल से तुझको तू दूर दूर ही जाता है।
जैसा तू है बनूंगा वैसा अब मैंने भी ठान लिया।।
राजेश व्यास अनुनय
तेरी सारी चालाकी को अब मैंने पहचान लिया ।
चलता क्या है दिल में तेरे अब मैंने जान लिया।।
मैं तो चाहूं दिल से तुझको तू दूर दूर ही जाता है।
जैसा तू है बनूंगा वैसा अब मैंने भी ठान लिया।।
राजेश व्यास अनुनय