तेरी ये बिंदिया
तेरी ये बिंदी जैसे माथे पर खूबसूरत सा कोई तारा
हो
तेरी आंखो की ये नमी बस सुकून हमारा हो
ये घनी जुल्फे जैसे बादल छाए हो कानो में ये झुमके जैसे चलते पेंडुलम की धारा हो
ए खुदा बस इतना सा वरदान दे
तू थक कर जब भी सच्चे सुकून से सोना चाहे हर बार वो कंधा हमारा हो
तेरे हर दर्द का साथी बनू मैं
मेरे हर सुख में हिस्सा तुम्हारा हो
Akash Rc Sharma©️