तेरी याद आती है !
तेरी याद आती है,
जब कभी अकेला होता हूं,
सपने पुराने मैं संजोता हूं।
फिज़ा पुरानी छा जाती है,
तेरी याद आती है।
सुबह की पहली किरण,
जब आसमां पर छा जाती है।
दूर कहीं कोई कोयल,
जब मीठा राग सुनाती है।
तेरी याद आती है
रातों को जब नींद नही आती,
ख्वाब ये आंखें सजाती हैं।
थोड़ा हंसाती,थोड़ा रूलती,
बात कोई दिल को छू जाती है।
तेरी याद आती है।
फिल्मों में कोई दृश्य प्यारा,
जब गीतों में घुल जाता है।
यादों का कोई बंद पिटारा,
मन में हमारे खुल जाता है।
आंखे भी नीर बहाती हैं।
तेरी याद आती है।
जब कोई कवि,
प्रेम के गीत सुनाता है।
जब सुबह सवेरे रवि,
लालिमा नभ में फैलता है।
फिज़ा प्यार की छाती है,
तेरी याद आती है।
कॉलेज की कैंटीन में,
जब नए जोड़े हंसते गाते,
इशारों में मन की बात बताते।
याद पुरानी बात आती है
तेरी याद आती है
जब कोई दोस्त पुराना,
याद दिलाता वो बीता ज़माना।
छवि पुरानी आंखो में छाती है।
बीते लम्हों की सदा सताती है।
तेरी याद आती है।
रेडियो पर कोई गीत पुराना,
गाता है जब कोई दीवाना।
धुन वही रूह गुनगुनाती है।
सोए अरमानों को फिर जगाती है।
तेरी याद आती है।