तेरी बिंदिया
मैं तो पहले ही था, तेरी उल्फत का मारा
फिर तिरछी नजर से, क्यों घायल किया ?
ना तो सोने दिया, ना ही जगने दिया
तेरी बिंदिया ने ऐसा क्यों जादू किया:?
मैं तो पहले ही था, तेरी उल्फत का मारा
फिर तिरछी नजर से, क्यों घायल किया ?
ना तो सोने दिया, ना ही जगने दिया
तेरी बिंदिया ने ऐसा क्यों जादू किया:?