तेरी पुरानी तस्वीरें देखकर सांसें महक जातीं हैं
तेरी पुरानी तस्वीरें देखकर सांसें महक जातीं हैं
तेरा दीदार हो जाएं अगर तो क्या होगा
मालूम नहीं हैII
तुझे सोचने बस से आंखें नशीली हो जातीं हैं
तुझसे मुलाकात हो गई तो क्या होगा
मालूम नहीं है।।
शिव प्रताप लोधी