Sahityapedia
Login Create Account
Home
Search
Dashboard
Notifications
Settings
10 May 2020 · 1 min read

तेरी तस्वीर सीने लगाई है

तेरी तस्वीर सीने लगाई है
********************

तेरी तस्वीर सीने लगाई है
मुझे तेरी मिली बेवफाई है

बेवफा ये जफा तुम्हारी है
प्रेम में सजा तूने सुनाई है

चाहना तुझे खता हमारी है
तभी तो हुई जग हंसाई है

कहाँ क्या कमी रह पाई थी
जिसकी तूने की भरपाई है

मेरे मनभावों को न समझा
उम्र भर की दे दी तन्हाई है

पग पग पर तुम्हे मनाते रहे
मेरे हिस्से तेरी रुसवाई है

प्रेमिल भावों को ना समझे
हमें मिली तेरी बेपरवाही है

तन मन के हम तो सच्चे थे
तेरे छलावे में मात खाई है

सुखविन्द्र है राहें भटक गया
हमें मंजिल नहीं मिल पाई है
***********************

सुखविंद्र सिंह मनसीरत
खेड़ी राओ वाली (कैथल)

Language: Hindi
2 Likes · 198 Views
📢 Stay Updated with Sahityapedia!
Join our official announcements group on WhatsApp to receive all the major updates from Sahityapedia directly on your phone.

You may also like these posts

कुंडलियां
कुंडलियां
seema sharma
पुण्यधरा का स्पर्श कर रही, स्वर्ण रश्मियां।
पुण्यधरा का स्पर्श कर रही, स्वर्ण रश्मियां।
surenderpal vaidya
सुलह
सुलह
इंजी. संजय श्रीवास्तव
भगवन्नाम का भरोसा
भगवन्नाम का भरोसा
Sudhir srivastava
4695.*पूर्णिका*
4695.*पूर्णिका*
Dr.Khedu Bharti
जातियों में बँटा हुआ देश
जातियों में बँटा हुआ देश
SURYA PRAKASH SHARMA
बुंदेली दोहा- चंपिया
बुंदेली दोहा- चंपिया
राजीव नामदेव 'राना लिधौरी'
एक अधूरी चाह
एक अधूरी चाह
RAMESH Kumar
और भी शौक है लेकिन, इश्क तुम नहीं करो
और भी शौक है लेकिन, इश्क तुम नहीं करो
gurudeenverma198
जज्बात
जज्बात
Ruchika Rai
सिलसिला
सिलसिला
Ramswaroop Dinkar
*रामपुर के गौरवशाली व्यक्तित्व*
*रामपुर के गौरवशाली व्यक्तित्व*
Ravi Prakash
मैंने देखा नहीं रंगों से जुदा करके उसे ,
मैंने देखा नहीं रंगों से जुदा करके उसे ,
P S Dhami
बुद्ध पूर्णिमा
बुद्ध पूर्णिमा
Dr.Pratibha Prakash
मन का सावन आँख से,
मन का सावन आँख से,
sushil sarna
गर्द अपनी ये ख़ुद से हटा आइने।
गर्द अपनी ये ख़ुद से हटा आइने।
पंकज परिंदा
हिंदी
हिंदी
Aruna Dogra Sharma
श्रंगार
श्रंगार
Vipin Jain
मुस्कुराती  बेटियों पे गिर रही है बिजलियाँ
मुस्कुराती बेटियों पे गिर रही है बिजलियाँ
Jyoti Shrivastava(ज्योटी श्रीवास्तव)
प्रेम
प्रेम
Suman (Aditi Angel 🧚🏻)
फिर एक कविता बनती है
फिर एक कविता बनती है
Vivek Pandey
हुईं क्रांति
हुईं क्रांति
krishna waghmare , कवि,लेखक,पेंटर
माँ अपने बेटे से कहती है :-
माँ अपने बेटे से कहती है :-
Neeraj Mishra " नीर "
हाइकु - डी के निवातिया
हाइकु - डी के निवातिया
डी. के. निवातिया
विचारमंच ✍️✍️✍️
विचारमंच ✍️✍️✍️
डॉ० रोहित कौशिक
★ शुभ-वंदन ★
★ शुभ-वंदन ★
*प्रणय*
दिल की आवाज़
दिल की आवाज़
Dipak Kumar "Girja"
लिट्टी छोला
लिट्टी छोला
आकाश महेशपुरी
सत्य कड़वा नहीं होता अपितु
सत्य कड़वा नहीं होता अपितु
Gouri tiwari
ये ना पूछो
ये ना पूछो
Nitu Sah
Loading...