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28 Jul 2023 · 1 min read

तेरी ख़ुशबू

तुझे पहचान लेता हूँ
मैं ख़ुशबू से तेरी
इंतज़ार है मुझे आज भी
तू होगी जब बाहों में मेरी

देखता हूँ जब भी
मैं आँखों में तेरी
खो जाता हूँ इन
झीलों में तेरी

तैरना मुझे आता नहीं
ये कमी है मेरी
डूबकर भी जी रहा हूँ
क़िस्मत है मेरी

देकर अपना हाथ मेरे हाथों में
तू मंज़िल बन जा मेरी
मिलेगा बहुत सुकून मुझको
तू मोहब्बत बन जा मेरी

खटक रहा हूं जाने कितनो को
जो चाहते हैं नज़दीकी तेरी
तेरी नज़रें जो मेहरबान है मुझपर
लगता है उनको तू है मेरी

उनके वहम को बदल यक़ीन में
अब तू हो जा मेरी
बहुत हो गई अब दूरी तुमसे
बाहों में आ जा मेरी।

Language: Hindi
5 Likes · 1 Comment · 2260 Views
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