तेरी ख़ामोशी
तेरी ख़ामोशी मेरे जीने की वज़ह बन गई
कब तक छुपाऊ मैं दर्द को अपने तुझसे
तेरी जुदाई मेरे गम की वज़ह बन गई
काश लौट आते वो हसीं लम्हे फिर से
कुछ पल और खुशी से जी लेते हम
खो जाते उन हसीं पलों में हम
कर लेते आसमां और तारों की बातें
तेरी खामोशी मेरे जीवन की वजह बन गई
तू लौट नहीं सकता उस दुनिया से जानती हूं
तुझे तलाश्ती इस दुनिया में ‘मैं’
तेरी जुदाई मेरे तड़पने की वजह बन गई
तन्हा में तन्हा दर्द
तेरी खामोशी मेरे जीने की वजह बन गई।