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17 Aug 2024 · 1 min read

तेरी कुर्बत में

तेरी कुर्बत में
इतना तो
सीख ही गए हैं हम
मकतब ए इश्क़ में
फीस आँसुओं से
चुकानी होती है

हिमांशु Kulshrestha

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