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14 Oct 2022 · 1 min read

तेरा हर एक पल

किसी भी ग़म की
न कभी तेरे हिस्से में
कोई शाम आये
मुस्कुराता हुआ
तेरे हिस्से में,
तेरा हर एक पल आये
तमाम ख़ुशियाँ
जहाँ की
तेरा मुकद्दर हों
मेरे लबों की दुआ का
बस तू ही मरकज़ हो ।

डाॅ फौज़िया नसीम शाद

Language: Hindi
17 Likes · 404 Views
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