तेरा ज़िक्र
नींद में देखा अगर कोई ख्वाब है तू
तो ये नींद मुझे गहरी चाहिए ,
और जो हक़ीक़त में मेरे साथ है तू
तो तेरा साथ मुझे उम्र भर तक चाहिए ।
दूरियाँ दूर करती हैं मुझे तुमसे,
दिल की डूबती कश्ती का एक तू ही सहारा है।
जाते जाते एक दफा मुझसे मिलते जाना,
तेरे अगले पैगाम तक हमने भी खुदको संभाला है।
तुझ संग जिन पलो को हमने गुजारा है,
वो पूरी जिंदगी खातिर यारा कहाँ गवारा है??
प्यार भी तुझसे, तकरार भी तुझसे,
पूरी ज़िंदगी को हमने तेरे नाम जो लिख डाला है।
अब तो यारा मेरी कलम भी जानती है,
हमने हर लफ़्ज़ में ज़िक्र किस बला का कर डाला है।
❤️ सखी