Sahityapedia
Sign in
Home
Search
Dashboard
Notifications
Settings
18 May 2024 · 1 min read

तेरा ज़िक्र

नींद में देखा अगर कोई ख्वाब है तू
तो ये नींद मुझे गहरी चाहिए ,
और जो हक़ीक़त में मेरे साथ है तू
तो तेरा साथ मुझे उम्र भर तक चाहिए ।

दूरियाँ दूर करती हैं मुझे तुमसे,
दिल की डूबती कश्ती का एक तू ही सहारा है।

जाते जाते एक दफा मुझसे मिलते जाना,
तेरे अगले पैगाम तक हमने भी खुदको संभाला है।

तुझ संग जिन पलो को हमने गुजारा है,
वो पूरी जिंदगी खातिर यारा कहाँ गवारा है??

प्यार भी तुझसे, तकरार भी तुझसे,
पूरी ज़िंदगी को हमने तेरे नाम जो लिख डाला है।

अब तो यारा मेरी कलम भी जानती है,
हमने हर लफ़्ज़ में ज़िक्र किस बला का कर डाला है।

❤️ सखी

Language: Hindi
1 Like · 93 Views

You may also like these posts

सत्य चला ....
सत्य चला ....
संजीवनी गुप्ता
भ्रष्टाचार ने बदल डाला
भ्रष्टाचार ने बदल डाला
Umesh उमेश शुक्ल Shukla
💖🌹 हिंदी दिवस की हार्दिक शुभकामनाएं 🌹💖
💖🌹 हिंदी दिवस की हार्दिक शुभकामनाएं 🌹💖
Neelofar Khan
वक्त की नजाकत को समझें ' मराठी मानुष ' क्या पता, किसे ' सजदा ' करना पड़ जाए
वक्त की नजाकत को समझें ' मराठी मानुष ' क्या पता, किसे ' सजदा ' करना पड़ जाए
सुशील कुमार 'नवीन'
इमारतों में जो रहते हैं
इमारतों में जो रहते हैं
Chitra Bisht
तेरा हम परदेशी, कैसे करें एतबार
तेरा हम परदेशी, कैसे करें एतबार
gurudeenverma198
*सरल हृदय श्री सत्य प्रकाश शर्मा जी*
*सरल हृदय श्री सत्य प्रकाश शर्मा जी*
Ravi Prakash
😢
😢
*प्रणय*
" मन मेरा डोले कभी-कभी "
Chunnu Lal Gupta
मुझे भी
मुझे भी "याद" रखना,, जब लिखो "तारीफ " वफ़ा की.
Ranjeet kumar patre
गिरगिट
गिरगिट
Shutisha Rajput
जब किसान के बेटे को गोबर में बदबू आने लग जाए
जब किसान के बेटे को गोबर में बदबू आने लग जाए
शेखर सिंह
जंगल की आग
जंगल की आग
Lalni Bhardwaj
खिचे है लीक जल पर भी,कभी तुम खींचकर देखो ।
खिचे है लीक जल पर भी,कभी तुम खींचकर देखो ।
Ashok deep
सब दिन होत न समान
सब दिन होत न समान
manorath maharaj
मनवार
मनवार
जितेन्द्र गहलोत धुम्बड़िया
छिपी रहती है दिल की गहराइयों में ख़्वाहिशें,
छिपी रहती है दिल की गहराइयों में ख़्वाहिशें,
डॉ. शशांक शर्मा "रईस"
-आगे ही है बढ़ना
-आगे ही है बढ़ना
Seema gupta,Alwar
नशा छोडो
नशा छोडो
Rajesh Kumar Kaurav
24/226. *छत्तीसगढ़ी पूर्णिका*
24/226. *छत्तीसगढ़ी पूर्णिका*
Dr.Khedu Bharti
सुन लो प्रिय अब किसी से प्यार न होगा।/लवकुश यादव
सुन लो प्रिय अब किसी से प्यार न होगा।/लवकुश यादव "अजल"
लवकुश यादव "अज़ल"
"नेताओं के झूठे वादें"
राकेश चौरसिया
गांव की बात निराली
गांव की बात निराली
जगदीश लववंशी
वे वादे, जो दो दशक पुराने हैं
वे वादे, जो दो दशक पुराने हैं
Mahender Singh
"शाख का पत्ता"
Dr. Kishan tandon kranti
यदि धन है
यदि धन है
Sonam Puneet Dubey
मासूम शैशव पुनीत रहे
मासूम शैशव पुनीत रहे
Mrs PUSHPA SHARMA {पुष्पा शर्मा अपराजिता}
यॅू तो,
यॅू तो,
TAMANNA BILASPURI
श्री गणेश
श्री गणेश
विशाल शुक्ल
* किसे बताएं *
* किसे बताएं *
surenderpal vaidya
Loading...