तेरा ख्याल मेरे ख्वाबों की जन्नत है
तेरा खयाल मेरे ख्वाबों की जन्नत है
तेरी निगाह मेरी मयकशी की कुदरत है
नसीब में था जो लिखा मिला वही मुझको
ये बदनसीवियाँ, तमाम मेरी किस्मत है
हयात भर का प्यार बिक गया है जिसके लिये
वो कुछ नही है और बस ये दौलत है
जहाँ में आज हुए हैं गैर सभी अपने भी
खयाल अपना करे कोई किसे फुर्सत है
उदास पल हैं ,जुदाई का मगर रंज नहीं
साथ में याद तेरी साथ में मोहब्बत है,
गुरुर तुमको अमीरी का हुआ लगता है
मुझे बफ़ा पे मगर नाज है मुसर्रत है।