Sahityapedia
Login Create Account
Home
Search
Dashboard
Notifications
Settings
7 Jan 2022 · 1 min read

तेरा कुछ नहीं हो सकता

गूंगी जनता
बहरी सरकार
ज्जा रे बिहार
तेरा कुछ नहीं हो सकता…
न कोई शिक्षा
न कोई रोज़गार
ज्जा रे बिहार
तेरा कुछ नहीं हो सकता…
कहीं हत्या तो
कहीं बलात्कार
ज्जा रे बिहार
तेरा कुछ नहीं हो सकता…
चारों तरफ़
मचा हाहाकार
ज्जा रे बिहार
तेरा कुछ नहीं हो सकता…
हाय, ले डूबा
तुझे भ्रष्टाचार
ज्जा रे बिहार
तेरा कुछ नहीं हो सकता…
#Geetkar
Shekhar Chandra Mitra
#JOBDO #बेरोजगार

Language: Hindi
Tag: गीत
204 Views
📢 Stay Updated with Sahityapedia!
Join our official announcements group on WhatsApp to receive all the major updates from Sahityapedia directly on your phone.
You may also like:
बेटी की शादी
बेटी की शादी
विजय कुमार अग्रवाल
"पनघट की गोरी"
Dr. Asha Kumar Rastogi M.D.(Medicine),DTCD
आशुतोष शंकर अविनाशी, तुम पर जग बलिहारी
आशुतोष शंकर अविनाशी, तुम पर जग बलिहारी
Dr Archana Gupta
सच्चाई सब जानते, बोलें फिर भी झूठ।
सच्चाई सब जानते, बोलें फिर भी झूठ।
डॉ.सीमा अग्रवाल
*BOOKS*
*BOOKS*
Poonam Matia
हवस अपनी इंतहा पार कर गई ,
हवस अपनी इंतहा पार कर गई ,
ओनिका सेतिया 'अनु '
बदचलन (हिंदी उपन्यास)
बदचलन (हिंदी उपन्यास)
Shwet Kumar Sinha
सत्य की खोज........एक संन्यासी
सत्य की खोज........एक संन्यासी
Neeraj Agarwal
Dil toot jaayein chalega
Dil toot jaayein chalega
Prathmesh Yelne
■ सुन भी लो...!!
■ सुन भी लो...!!
*प्रणय प्रभात*
Thought
Thought
अनिल कुमार गुप्ता 'अंजुम'
اور کیا چاہے
اور کیا چاہے
Dr fauzia Naseem shad
बेटा तेरे बिना माँ
बेटा तेरे बिना माँ
Basant Bhagawan Roy
आसानी से कोई चीज मिल जाएं
आसानी से कोई चीज मिल जाएं
शेखर सिंह
*******खुशी*********
*******खुशी*********
Dr. Vaishali Verma
अर्ज किया है
अर्ज किया है
भवानी सिंह धानका 'भूधर'
क्यों बदल जाते हैं लोग
क्यों बदल जाते हैं लोग
VINOD CHAUHAN
आवाज़
आवाज़
Adha Deshwal
मुश्किल राहों पर भी, सफर को आसान बनाते हैं।
मुश्किल राहों पर भी, सफर को आसान बनाते हैं।
Neelam Sharma
कोरोना और पानी
कोरोना और पानी
Suryakant Dwivedi
बड़ी तक़लीफ़ होती है
बड़ी तक़लीफ़ होती है
Davina Amar Thakral
प्यार के बारे में क्या?
प्यार के बारे में क्या?
Otteri Selvakumar
मुफ़लिसों को मुस्कुराने दीजिए।
मुफ़लिसों को मुस्कुराने दीजिए।
सत्य कुमार प्रेमी
ख़ुद्दार बन रहे हैं पर लँगड़ा रहा ज़मीर है
ख़ुद्दार बन रहे हैं पर लँगड़ा रहा ज़मीर है
पूर्वार्थ
लड़ी अवंती देश की खातिर
लड़ी अवंती देश की खातिर
Shyamsingh Lodhi Rajput "Tejpuriya"
अपूर्ण नींद और किसी भी मादक वस्तु का नशा दोनों ही शरीर को अन
अपूर्ण नींद और किसी भी मादक वस्तु का नशा दोनों ही शरीर को अन
Rj Anand Prajapati
शीर्षक – कुछ भी
शीर्षक – कुछ भी
Sonam Puneet Dubey
लोककवि रामचरन गुप्त के लोकगीतों में आनुप्रासिक सौंदर्य +ज्ञानेन्द्र साज़
लोककवि रामचरन गुप्त के लोकगीतों में आनुप्रासिक सौंदर्य +ज्ञानेन्द्र साज़
कवि रमेशराज
सीमा प्रहरी
सीमा प्रहरी
लक्ष्मी सिंह
हे दिनकर - दीपक नीलपदम्
हे दिनकर - दीपक नीलपदम्
दीपक नील पदम् { Deepak Kumar Srivastava "Neel Padam" }
Loading...