तू मेरी हीर बन गई होती – संदीप ठाकुर
तू मेरी हीर बन गई होती
मेरी तक़दीर बन गई होती
रंग गर फैलते न काग़ज़ पे
तेरी तस्वीर बन गई होती
संदीप ठाकुर
Sandeep Thakur
तू मेरी हीर बन गई होती
मेरी तक़दीर बन गई होती
रंग गर फैलते न काग़ज़ पे
तेरी तस्वीर बन गई होती
संदीप ठाकुर
Sandeep Thakur