तू आया है मेरी ज़मीं ओ जहां सारा बनके………………
तू आया है मेरी ज़मीं ओ जहां सारा बनके
मेरे होंठों की हँसी और दिल का पारा बनके
ए करिश्मा साज़ यूँ ही बस मुझको नज़र आना
सर-ए-महफ़िल में रंगीन इक नज़ारा बनके
चिराग रोशन है मेरी दुनियाँ का तारा बनके
मम्मी ना पापा का तू रहे सभी का प्यारा बनके
हर दुआ में हर सदा में तुमको ही माँगा मैनें
हर शब हर दिन अब रह गया तुम्हारा बनके
ज़िंदगी के मरहाले लड़खड़ाने पर हों जब
हाथ बढ़ा देना उस पल गिरते का सहारा बनके
कहूँ तो क्या कहूँ तेरी नटखट सी इन आँखों को
हैं गूँजती किलकरियाँ जीने का इशारा बनके
तू मेरे ख्वाबों का जश्न है इरादों का जश्न
रहेगा उम्र भर मेरे आसमाँ का सितारा बनके
सुरेश सांगवान ‘सरु’