तूफान
रस्ता यहां जीने का अब सुगम नहीं रहा
परेशानियों का असर है, कम नहीं रहा
हर रोज सहके हो गई बेहाल जिंदगी
तूफान जिंदगी का यहां थम नहीं रहा
संभाले न कोई , न कोई थामने आए
हर रोज मुसीबत नई एक सामने आए
राह इनसे बचने का भी सूझता नहीं
कौन है जो इनके आगे जूझता नहीं ?
और जूझे ये किसी में दम नहीं रहा
तूफान जिंदगी का यहां थम नहीं रहा
पहले सी दुआओं में असर नहीं आए
चैन, सुख और शांति नजर नहीं आए
एक तरफ कुंआ है दूजे ओर है खाई
इस पार से उस पार भी देता न दिखाई
पहले सा वो सुहाना मौसम नहीं रहा
तूफान जिंदगी का यहां थम नहीं रहा
विक्रम कुमार
मनोरा, वैशाली