“तूफ़ान में कश्तियां”
अक्सर,तूफ़ान में कश्तियां।
और अभिमान में, हस्तियां डूब जाती हैं।
ये जिन्दगी का सफ़र हैं,लोग भूल जाते हैं।
यहां इंसान को, इंसान की इज्ज़त उछालनी ख़ूब आती हैं।
अक्सर,तूफ़ान में कश्तियां।
और अभिमान में, हस्तियां डूब जाती हैं।
ये जिन्दगी का सफ़र हैं,लोग भूल जाते हैं।
यहां इंसान को, इंसान की इज्ज़त उछालनी ख़ूब आती हैं।