तु शिव,तु हे त्रिकालदर्शी
ॐ महाकाल
जय त्रिकाल
ॐ शिव शंकर
जय भोले नाथ
तु हे त्रिकालदर्शी
तेरे ही नाम से घुमे है धरती।
ब्रह्माण्ड तेरे अधीन
तेरे ही इशारें से सारी दुनिया है चलती।
शिव महिमा का बखान सारी दुनिया है करती
शिव तेरे तेजस से प्रकाशमय है ये ब्रह्माण्ड और धरती
शिव ज्योतिर्लिंगों की सारी दुनिया पूजा है करती
शिव क्रोध से ज्वलित है, ये ब्रह्माण्ड,सूर्य और धरती
पृथ्वी के हर जन-जन में ज्वलित है तेरी ही शक्ति।
तु शिव
तु हे त्रिकाल दर्शी
तेरे ही नाम से गुुँजें है धरती।
ब्रह्माण्ड तेरे अधीन
तेरे ही इशारे से, सारी दुनिया है चलती।
सर्वशून्य काल शिव मेें समाया
शान्ति का कण शिव तुझी से निकलकर आया
धूप और छाया प्राकृतिक रूप तुम्ही से है पाया
ना कोई देव ना देवता तेरेे समुख ही पाया
जिसने जपा शिव नाम तेरा
सर्व आनन्द उसने उसी में है पाया।
तु शिव,
तु हे त्रिकाल दर्शी
तेरी ही कृपा से घूमे हे धरती
चारों दिशाऐं तुझी में समाये
तेरा बखान करती ये सारी जन शक्ति
तु हे त्रिकाल दर्शी
तेरे ही गुण-गान से गुँजें हे धरती।
तु शिव, तु त्रिकाल, तु महाकाल
सब नाम तेरा
हरिद्वार, काशी, अमरनाथ, केदारनाथ
प्रसिध्द धाम तेरा
चाहे जाऔ जहा भी
वही भोले होता जय-जय-कार तेरा
दुनिया के हर कोने में गुँजें है
भोले नाम तेरा
सारी दुनिया तेरा बखान करती।
तु शिव
तु हे त्रिकालदर्शी
तेरी ही कृपा से घूमे है धरती।
शिव…
स्वामी भक्त तेरा
करें मन्नते बार-बार
दे तु सब को खुशियाँँ
सुखी हो सारा संसार
कब यहाँ तुने किसकी
किस्मत बदल दी।
तुु शिव
तु हे त्रिकालदर्शी
तेरे ही नाम से गुँजेें है धरती।
तेरा बखान सारी दुनिया है करती
भोले तेरे नाम से गुँजे है अम्बर और धरती।
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🥀Swami Ganganiya🥀