तुम हमारे नाम अपना प्यार लिख देना
गज़ल
2122……2122…….2122……2
जो भी चाहो ले लो बस इक बार लिख देना।
तुम हमारे नाम अपना प्यार लिख देना।
जिंदगानी हम तुम्हारे नाम कर देंगे,
तुम भी अपना दिल हमें भी यार लिख देना।
जो भी देना प्रभु तुम्हारी ही ये मर्जी है,
बच्चों के जीवन मे कुछ संस्कार लिख देना।
जिसने आगे बढ़ने में मुझको मदद की है,
दिल से मेरा सबको ही आभार लिख देना।
मुफ़लिसों का दर्द भी कुछ जान जायेंगे,
सूखी रोटी भूख का हकदार लिख देना।
बिन ही मेहनत के जो देखें ख्वाब महलों के,
वो महल तो हो कर दिया मिस्मार लिख देना।
देश की खातिर हुए कुर्बान जो हँस कर,
देश का सबसे बड़ा सरदार लिख देना।
गर उठे कोई नज़र नापाक नारी पर,
हो सज़ा बेशक ये है ब्यभिचार लिख देना।
देखती किलकारियां मुस्कान बच्चों की,
माँ की खुशियों का यही भंडार लिख देना।
गिरह
हम रहे लिखते गज़ल औ’र गीत बेटों पर,
लाडली पर भी मगर कुछ प्यार लिख देना।
प्रेम करता हूँ सभी से नाम है ‘प्रेमी’
दिल लगाता हूँ मुझे दिलदार लिख देना।