तुम सोडियम को कम समझते हो,
तुम सोडियम को कम समझते हो,
क्लोरीन के शानो-शौकत में उलझते हो।
हां, दोनों की जोड़ी पर सवाल उठा लेते हो,
हैसियत अलग है, मिलने से रोक लेते हो।
देखो, क्लोरीन अकेले कुछ नहीं बन नहीं पाया,
जब तक सोडियम ने खुद को नहीं मिलाया।
और अब तुम NaCl का स्वाद लेते हो।