तुम से मिली नज़र
तुम से मिली नज़र दिल बेकरार हो गया!
ये दिल भी तो तुम्हारा तलबगार हो गया!
सब ने हमसे पूछा कि तुम्हें क्या हो गया!
हमने भी कह दिया कि हमें प्यार हो गया!
हम भी थे परेशा बहुत अपने ही गमो से!
तुम से बात की तो दिल का दर्द खो गया!
रुख से जो हटा पर्दा हुस्न हुआ बेनकाब!
दिल उन्हे ही पाने का तलबगार हो गया!
जब से हम ने देखा तुमसा हसीन चेहरा!
तुम से ही हमको इश्क बार बार हो गया!
तुमने ही याद शायद किया नहीं हम को!
आये हुये भी हिचकिया ज़माना हो गया!
?- Anoop S©
26 Oct 2019