तुम से कैसा
तुम से कैसा मलाल कर बैठे।
दिल का तुम से सवाल कर बैठे ।।
प्यार करना हमें न आ पाया ।
इश्क़ लेकिन कमाल कर बैठे ।।
ख़ोकर तेरे हंसी ख़्यालों में ।
हम हक़ीक़त खयाल कर बैठे ।।
ज़िक्र तेरा लबों पे क्या लाये ।
अपना चेहरा गुलाल कर बैठे ।।
डाॅ फौज़िया नसीम शाद