तुम सबने बड़े-बड़े सपने देखे थे, धूमिल हो गए न … कभी कभी म
तुम सबने बड़े-बड़े सपने देखे थे, धूमिल हो गए न … कभी कभी मेहनत करने के बाद भी सफ़लता नहीं मिलती क्योंकि जो तुम चाहते हो उसमें बहुत बाधाएं हैं कभी सरकार नाकाम हो जाती है, कभी पैसे नहीं रहते, कभी हालात अच्छे नहीं रहते और कभी हम नाकाम हो जाते हैं…
तुम निराश मत होना, लाखो लोग तुमसे बत्तर जिंदगी जी रहे हैं बस चलने दो जिंदगी को …. ले जाएगी एक दिन तुम्हें मंजिल तक