तुम यहीं कहीं मेरे आसपास हो
तुम यहीं कहीं मेरे आसपास हो
तुम यहीं कहीं
मेरे आसपास हो
चिर – परिचित सुगंध
का एहसास
लगा अभी – अभी
तुम मुझे छूकर
महसूस कर रहे हो
मैं यहीं हूँ
तुम्हारे आसपास
मुझे फिर से एक बार छुओ न
आलिंगन करो न
वो तुम्हारी
प्यार भरी झप्पी
वो बार – बार
मुझे छूना
पीछे से आकर
बाहों में भर लेना
और धीरे से
कान में कहना
“आई लव यू डार्लिंग”
तुम्हें तो याद ही होगा
हमारा हनीमून
पैसों की तंगी के कारण
हमने घर पर ही
हनीमून सेलिब्रेट किया था
ख़ुशी और गम के
सारे पल हमने
हंसकर बिताये
वो यादें वो हंसी पल
मेरी यादों का
हमसफ़र हो गए
उन्हीं यादों का सहारा लिए
तुम्हें अपने आसपास
महसूस कर रही हूँ
मैं अकेली, तनहा नहीं हूँ
तुम हो न
तुम्हारी यादें
तुम्हारा एहसास
सब कुछ तो है ………..