तुम मेरे लिए सब कुछ हो …
इस दुनिया मे अगर कोई पूछे मुझे .
बस जिक्र तेरा ही मेरे लब्जो पर रहता है ।
दीदार न होने रुखा रुखा सा लगता है …
देखने के बाद दिन बन जाता है ।।
तुम मेरे लिए सब कुछ हो ..
तुम मेरे लिए सब कुछ हो ….
कल सपनो मे भी झगड़ने लगी हो ..
शायद मेरे घर की होने लगी हो ।
इन आँखों के काजल भी कमाल करता है तेरा ..
किसी की नजर नही लगने देता तुम्हे मुझे छोड़ कर ।।
तुम मरे लिए राधा , सीता सब कुछ हो ..
तुम मेरे लिए सब कुछ हो ….
बस तुम्हारा होना चाहता हु ..
कुछ नही पर तेरे प्यार की खुशी मे मै रोना चाहता हु ।
पाने की इतनी तम्मना है सब कुछ कर जाऊ..
तेरी खुशी के लिए मै हसता हसता मर जाऊ ।।
तुम अलगे दर्द , चैन , खुशी सब कुछ हो ..
तुम मेरे लिए सब कुछ हो ….