“तुम मेरी क्या लगती हो…?”
मुझे नहीं बताना दुनिया को.. कि तुम मेरी क्या लगती हो,
तुम मुझे समझती हो… मैं तुम्हे समझता हूँ…
मेरे लिए बस ! इतना ही काफ़ी हैं…!!
मुझे नहीं बताना दुनिया को.. कि तुम मेरी क्या लगती हो,
तुम मुझे समझती हो… मैं तुम्हे समझता हूँ…
मेरे लिए बस ! इतना ही काफ़ी हैं…!!