तुम मुझे दिल से
(24)
सुकूं पल-भर का भी न पाओगे।
तुम मुझे दिल से गर भुलाओगे ।।
मुझको खो दोगे तुम कभी एक दिन ।
इतना मुझको जो आज़माओगे ।।
तुम करके प्यार शर्तों पर हमसे ।
दिल के रिश्तों को हार जाओगे ।।
मैं यकीं अपना खुद से खो दूंगी।
ज़िंदगी मुझको गर बनाओगे ।।
डाॅ फौज़िया नसीम शाद