“”तुम भी अपना दिल हमको दे जाओ””
ना यूं हमसे शरमाओ,
चाहता है दिल तुम्हें जरा करीब तो आओ
हमने यह जीवन तुम्हारे नाम किया ,
तुम भी अपना दिल हमको दे जाओ।
वैसे तो कईयों ने चाहा था साथ हमारा,
दिल तुम पर ही आया हमें और ना तड़पाओ।।
करो याद वह मुलाकात जब हुई थी प्यार की शुरुआत।
कुछ तुमने कहा था कुछ हमने लेकर हाथों में हाथ।
वादे उसी पल के आकर अब निभाओ।
तुम भी अपना दिल हमको दे जाओ।।
क्यों डरते हो जमाने की बंदिशों से,
हमें क्या लेना किसी की रंजिशो से।
अनुनय प्यार ही जीवन हमारा, कोई हमको न सताओ।
तुम भी अपना दिल हमको दे जाओ।।
राजेश व्यास अनुनय