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29 Apr 2022 · 1 min read

तुम बिन लगता नही मेरा मन है

तुम बिन लगता खालीपन है |
लगता नहीं कही मेरा मन है ||

तुम बिन अब कहाँ जाऊ मै ?
उजड़ गया मेरा उपवन है ||

दिल भी नहीं कहीं लगता मेरा |
दिल में मेरे एक खालीपन है ||

बुढ़ापा आया,जवानी गयी है |
छूट गया मेरा अब बचपन है ||

चैन कही भी नहीं मिलता है |
बताओ तुम,ये कैसी तडपन हैं ।।

तुम बिन कही पागल न हो जाऊ |
ये मेरा कैसा अजीब पागलपन है ||

आर के रस्तोगी गुरुग्राम

Language: Hindi
1 Like · 1 Comment · 480 Views
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