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9 Sep 2024 · 1 min read

तुम नहीं!

मेरी हसीं पढ़ पाओ;
तुम वो कवि नहीं!
मेरे आंसू समझ पाओ;
तुम वो सायर नहीं!!
मेरी चुप्पी देख पाओ;
तुम वो कलाकार नहीं!
मेरे साथ रह पाओ;
तुम वो साथी नहीं!!..👀

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