“” ……तुम नहीं आये…””
तुम नहीं आये….
चाँद सितारे सारे आये
तुम नहीं आये
तन्हा दिल रोये घबराये
तुम नहीं आये
दर्द ए दिल अफसाने क्या
बेबस इश्क तराने क्या
हमने तेरी राह में यारा
धड़कन क्या मुस्काने क्या
पलकें बिछाई ख्वाब बिछाये
तुम नहीं आये
पंछी जुगनु तारों संग
सबा सदा अँधियारों संग
रूठे ऱूठे अरमानों और
सोई शुष्क बहारों संग
बैठे हैं बस आस लगाये
तुम नहीं आये
फिर सुबहा से रात करेंगे
दिल की हर इक बात करेंगे
फिर तपती धरती पर बदरा
अमृत की बरसात करेंगे
दिल ने क्या क्या ख्वाब सजाये
तुम नहीं आये
भँवरे तितली फूल परिन्दे
रंग बहारों के बाशिन्दे
मेघा सावन शबनम खुश्बु
टिप टिप करती पागल बून्दें
कब तक इनसे दिल बहलायें
तुम नहीं आये
—दयाल योगी